हिंदी व्याकरण के द्वारा भाषा को शुद्ध रूप से पढ़ना, लिखना और बोलना सीखते हैं। इसके लिए कुछ नियम होते हैं जिनका ज्ञान हिंदी व्याकरण के द्वारा ही मिलता है। व्याकरण के बिना भाषा को शुद्ध रूप से लिख, पढ़ या बोल नहीं सकते हैं, इसलिए हमारे दैनिक जीवन में व्याकरण एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।
व्याकरण के नियम लिखित भाषा को ध्यान में रखकर ही तय किये जाते हैं, क्योंकि लिखित भाषा में शब्दों का प्रयोग बोलने की भाषा की अपेक्षा अधिक सावधानी के साथ किया जाता है। व्याकरण तीन शब्दों “वि + आ + करण” से मिलकर बना है जिसका मतलब है “भली-भाँति समझना”।