बीरेंद्र सिंह धनोआ (BS Dhanoa) भारतीय वायु सेना के 22वें वायुसेना अध्यक्ष हैं, जिन्होंने 31 दिसंबर 2016 से 30 सितम्बर 2019 तक यह पदभार संभाला। चूंकि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की दुःखद मृत्यु हो जाने से अभी सीडीएस का पद रिक्त है।
जल्द ही देश के दूसरे नए सीडीएस की नियुक्ति जल्द ही हो सकती है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ देश के नए सीडीएस नियुक्त किये जा सकते हैं। आइये जानते हैं एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ के बारे में विस्तार से
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बीरेंद्र सिंह धनोआ का जीवन परिचय संक्षिप्त में (Birender Singh Dhanoa Biography in Hindi)
बीरेंद्र सिंह धनोआ चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के 56वें अध्यक्ष थे, जिन्होंने 31 मई 2019 से 27 सितंबर 2019 तक कार्यभार संभाला। 22वें वायु सेना प्रमुख के रूप में बीरेंद्र सिंह धनोआ ने 31 दिसंबर 2016 से 30 सितंबर 2019 तक कार्यभार संभाला।
नाम | बीरेंद्र सिंह धनोआ |
जन्म | 7 सितंबर 1957 |
उम्र | 64 साल |
जन्म स्थान | देवघर, झारखंड (पैतृक गांव – घरुआं) |
माता का नाम | सुखदेव कौर |
पिता का नाम | सोरेन सिंह |
पत्नी | कमलप्रीत कौर धनोआ |
बच्चे | जसमान सिंह |
शिक्षा | सेंट जेवियर्स स्कूल, रांची; सेंट जॉर्ज कॉलेज, मसूरी; राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज, देहरादून; राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे; |
शाखा/सेवा | भारतीय वायु सेना |
सेवा के वर्ष | जून 1978 – 30 सितंबर 2019 |
नेतृत्व | वायुसेनाध्यक्ष, उप-वायुसेनाध्यक्ष, दक्षिण पश्चिमी वायु कमान |
युद्ध | कारगिल |
पुरस्कार | परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा पदक, वायु सेना पदक |
बीरेंद्र सिंह धनोआ का जन्म एवं परिवार (Birender Singh Dhanoa Birth & family)
बीरेंद्र सिंह धनोआ का जन्म 7 सितंबर 1957 को झारखंड (उस समय बिहार) के देवघर में हुआ था। उनके पुश्तैनी गांव का नाम घरुआं है जो पंजाब राज्य में चंडीगढ़ और मोहाली के पास स्थित है। उनकी माता का नाम सुखदेव कौर और पिता का नाम सोरेन सिंह है। उनकी पत्नी का नाम कमलप्रीत कौर धनोआ है और उनका एक बेटा जसमान सिंह है जो कानून स्नातक है। यहां लोग बीएस धनोआ को टोनी नाम (निक नेम) से बुलाते हैं।
उनके पिता सोरेन सिंह एक आईएएस अधिकारी थे जिन्होंने 1980 के दशक के दौरान पंजाब और बिहार की सरकारों के मुख्य सचिव के रूप में कार्य किया, बाद में पंजाब राज्य के राज्यपाल के सलाहकार के रूप में और भारत के चुनाव आयुक्त के रूप में कार्य किया। उनके दादा कैप्टन संत सिंह ने द्वितीय विश्व युद्ध में ब्रिटिश भारतीय सेना के कप्तान के रूप में लड़ाई लड़ी थी।
बीरेंद्र सिंह धनोआ की शिक्षा (Birender Singh Dhanoa Education)
बीरेंद्र सिंह धनोआ की स्कूली शिक्षा सेंट जेवियर्स स्कूल, रांची से हुई और इसके बाद सेंट जॉर्ज कॉलेज, मसूरी में 1968 से 1969 तक अध्ययन किया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज, देहरादून में प्रवेश लिया और बाद में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने 1992 में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन में एक स्टाफ कोर्स में भी भाग लिया।
बीरेंद्र सिंह धनोआ का करियर (Birender Singh Dhanoa Career)
बीरेंद्र सिंह धनोआ भारतीय वायु सेना में जून 1978 में शामिल हुए। उन्होंने विभिन्न प्रकार के लड़ाकू जेट उड़ाए हैं जैसे कि HJT-16 किरन, मिग-21, SEPECAT जगुआर, मिग-29 और Su-30MKI, और साथ ही वह एक योग्य उड़ान प्रशिक्षक भी हैं। उनके 37 वर्षों के करियर में कई प्रमुख परिचालन और प्रशासनिक नियुक्तियां जैसे कि
- वायु मुख्यालय में निदेशक लक्ष्यीकरण सेल,
- मुख्यालय पश्चिमी वायु कमान में निदेशक लड़ाकू संचालन और युद्ध योजना,
- वायु मुख्यालय में सहायक वायु सेना प्रमुख (खुफिया),
- वरिष्ठ वायु कर्मचारी अधिकारी
- पूर्वी और पश्चिमी और दक्षिण पश्चिमी वायु कमान के वायु अधिकारी कमांडिंग-इन-चीफ (1 नवंबर – 31 मई 2015)
उन्होंने रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन में वरिष्ठ वायु प्रशिक्षक और मुख्य वायु प्रशिक्षक और विदेश में भारतीय वायु सेना प्रशिक्षण दल के नेता के रूप में निर्देशात्मक नियुक्तियाँ की हैं।
बीरेंद्र सिंह धनोआ का कारगिल संघर्ष (Birender Singh Dhanoa during Kargil Conflict)
बीरेंद्र सिंह धनोआ रात के समय मिशन को अंजाम देने के लिए माहिर माने जाते हैं। कारगिल युद्ध के दौरान भी उन्होंने ऐसे कई मिशन रात के समय में पूरे किए थे। सन 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान धनोआ जमीनी हमले करने वाली अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर थे।
उनके नेतृत्व में स्क्वाड्रन ने ऊंचे इलाकों में रात में बमबारी के नए तरीकों का उपयोग किया था, जिन्हें पहले कभी नहीं किया गया था। उनके स्क्वाड्रन को मुख्यालय डब्ल्यूएसी के सर्वश्रेष्ठ लड़ाकू स्क्वाड्रन के रूप में चुना गया था। पर्वतीय क्षेत्र में रात्रि बमबारी की उनकी बहादुरी, साहस और नवीन पद्धति के लिए उन्हें युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया गया।
बीरेंद्र सिंह धनोआ सीडीएस? (Birender Singh Dhanoa CDS?)
बीरेंद्र सिंह धनोआ (BS Dhanoa) देश के सीडीएस के रूप में कार्यरत नहीं हैं क्योकि अभी उनको यह पदभार नहीं मिला है। देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की मृत्यु के बाद सीडीएस का पद अभी तक रिक्त है। लेकिन ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही बीरेंद्र सिंह धनोआ सीडीएस का पदभार संभाल सकते हैं।
बीरेंद्र सिंह धनोआ रिटायरमेंट (Birender Singh Dhanoa Retirement)
देश को 41 साल तक सेवा देने के बाद बीरेंद्र सिंह धनोआ सेवानिवृत्त हो गए हैं, और उनकी जगह देश के 23वें वायुसेनाध्यक्ष के रूप में राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने कार्यभार संभाल लिया है। बीरेंद्र सिंह धनोआ ने करगिल युद्ध के दौरान लड़ाकू स्क्वाड्रन का नेतृत्व किया था और स्वयं पहाड़ी इलाकों में अनेक रात्रिकालीन मिशन उड़ानें भरी थीं। बीरेंद्र सिंह धनोआ द्वारा देश को दी गयी सेवा के यह देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा।
बीरेंद्र सिंह धनोआ को प्राप्त पुरस्कार एवं उपलब्धियाँ (Awards & Achievement of Birender Singh Dhanoa)
बीरेंद्र सिंह धनोआ को 1 अगस्त 2015 को भारत के राष्ट्रपति द्वारा मानद एडीसी नियुक्त किया गया था। बीरेंद्र सिंह धनोआ को अपने 41 वर्षों के करियर के दौरान वीरता और विशिष्ट सेवा के लिए कई पदक और सम्मान प्राप्त हो चुके हैं, जो इस प्रकार हैं:
- परम विशिष्ट सेवा मेडल (2016)
- अति विशिष्ट सेवा मेडल (2015)
- युद्ध सेवा पदक (1999)
- वायु सेना पदक (1999)
FAQs
बीरेंद्र सिंह धनोआ का जन्म कब हुआ?
बीरेंद्र सिंह धनोआ का जन्म 7 सितंबर 1957 को हुआ था।
बीरेंद्र सिंह धनोआ का जन्म कहाँ हुआ?
बीरेंद्र सिंह धनोआ का जन्म झारखंड (उस समय बिहार) के देवघर में हुआ था। उनके पुश्तैनी गांव का नाम घरुआं है जो पंजाब राज्य में चंडीगढ़ और मोहाली के पास स्थित है।
बीरेंद्र सिंह धनोआ की माता का नाम क्या है?
बीरेंद्र सिंह धनोआ की माता का नाम सुखदेव कौर है।
बीरेंद्र सिंह धनोआ के पिता का नाम क्या है?
बीरेंद्र सिंह धनोआ के पिता का नाम सोरेन सिंह है।
बीरेंद्र सिंह धनोआ की पत्नी का नाम क्या है?
बीरेंद्र सिंह धनोआ की पत्नी का नाम कमलप्रीत कौर धनोआ है।
बीरेंद्र सिंह धनोआ के बच्चों का नाम क्या है?
बीरेंद्र सिंह धनोआ के बेटे का नाम जसमान सिंह है जो कानून स्नातक है।
बीरेंद्र सिंह धनोआ सेना में भर्ती कब हुए?
बीरेंद्र सिंह धनोआ भारतीय वायु सेना में जून 1978 में शामिल हुए। उन्होंने विभिन्न प्रकार के लड़ाकू जेट उड़ाए हैं जैसे HJT-16 किरन, मिग-21, SEPECAT जगुआर, मिग-29 और Su-30MKI, और साथ ही वह एक योग्य उड़ान प्रशिक्षक भी हैं।
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