Colours Name in Hindi, English, Sanskrit – रंगों के नाम हिंदी, इंग्लिश, संस्कृत में यहाँ पर दिए गये हैं; श्वेत प्रकाश 7 रंगों के प्रकाश से मिलकर बना होता है जो क्रमानुसार बैंगनी, नीला, आसमानी, हरा, पीला, नारंगी तथा लाल हैं। इनको संक्षेप में “बैंनीआहपीनाला” या “VIBGYOR” कहा जाता है। रंगों के नाम हिंदी, इंग्लिश, संस्कृत में (Colours Name in Hindi, English, Sanskrit) निम्न प्रकार हैं:
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Colours Name in Hindi, English, Sanskrit (रंगों के नाम हिंदी, इंग्लिश, संस्कृत में)
Colours Name in Hindi | Colours Name in English | Colours Name in Sanskrit |
करौंदिया या भूरा लाल रंग | Maroon | असित लोहितः |
काला | Black | श्यामः, कालः |
गहरा नीला | Navy Blue | असित नीलः |
पीला | Yellow | पीतः, हरिद्राभः |
नारंगी | Orange | कौसुम्भः, नारङगवर्णः |
सफेद | White | शुक्लः, श्वेतः |
हरा | Green | हरितः, पलाशः |
गुलाबी | Pink | पाटलः, श्वेतरक्तः |
नीला | Blue | नीलः |
भूरा | Brown | श्यावः, कपिशः |
बैंगनी | Purple | धूम्रवर्ण: |
लाल | Red | लोहितः, रक्तवर्णः |
ग्रे (धुमैला) | Grey | धूसरः, धूषरः |
अक्वामरीन | Aquamarine | अक्वामरीन: |
सुनहरा | Golden | सुवर्ण: |
गहरा लाल रंग | Ruby | सिन्धु वर्ण: |
आसमानी रंग | Azure | आकाशवर्ण: |
मिट्टी जैसा रंग | Clay | मृत्तिका वर्णः |
कोयले जैसा काला | Charcoal | कालिमन् वर्ण: |
चांदी जैसा रंग | Silver | रजतवर्ण: |
गहरा पीला | Beige | |
पीतल रंग | Bronze | कांस्यवर्ण: |
लाल भूरा रंग | Reddish Brown | अरुणः |
धूमिल सफ़ेद | Off White | |
धातुमय रंग | Metallic | |
फ़िरोज़ा | Turquoise | |
गहरा लाल | Crimson | शोणः |
भूरा पीला रंग | Amber | |
जंग रंग | Rust | |
अंगूर का रंग | Grape | |
खाकी रंग | Khaki | खाकी वर्ण |
बेर रंग | Plum | आलूकं वर्ण: |
टकसाल रंग | Mint | |
फ्यूशिया | Fuchsia | फ्यूशिया |
चूने का रंग | Lime | अम्लसार वर्ण: |
जैतून का रंग | Olive | जितवृक्षवर्ण: |
हाथीदांत रंग | Ivory | हस्तिदन्त: वर्ण: |
हलके नीले रंग | Violet | |
हरिनील | Cyan | इन्दीवर वर्ण: |
मटर हरित | Pea green | हरेणुवर्ण: |
गहरा गुलाबी रंग | Magenta | मैजेंटा वर्ण: |
मूंगा रंग | Coral | प्रवाल वर्ण: |
हरे रंग की छायादार | Teal | टीलवर्ण: |
सरसों रंग | mustard | |
गेहूँ रंग | Wheat | गोधुमवर्ण: |
गरम गुलाबी | Hot pink | पाटल: |
जामुनी | Indigo |
रंगों का वर्गीकरण
हमारे चारों और कईं रंग हैं। रंगों को व्यवस्थित करने और उनकी पहचान करने के लिए रंगों के वर्गीकरण की युक्ति की गयी है।
- प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक रंग
- गर्म और ठंडे रंग
- निष्प्रभावी रंग (neutral)
प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक रंग
प्राथमिक रंग:
लाल, पीला और नीला प्राथमिक रंग हैं। ये तीनों रंग अन्य रंगों का आधार हैं और इनसे अन्य रंग भी बनाये जा सकते हैं।
द्वितीयक रंग:
दो प्राथमिक रंगों को बराबर मात्रा में मिलाकर बनने वाले रंगों को द्वितीयक रंग कहते हैं। ये रंग नारंगी, हरा और बैंगनी हैं।
तृतीयक रंग:
इन्हें एक प्राथमिक और एक द्वितीयक रंग को बराबर मात्रा में मिलाकर बनाया जाता है।
पीला + नारंगी = | पीला नारंगी |
लाल + नारंगी = | लाल नारंगी |
लाल + बैंगनी = | लाल बैंगनी |
नीला + बैंगनी = | नीला बैंगनी |
नीला + हरा = | नीला हरा |
पीला + हरा = | पीला हरा |
गर्म और ठंडे रंग
गर्म रंग:
गर्म रंग लाल, पीला, नारंगी आदि हैं।इन रंगों में अग्नि या सूर्य का तत्व होता है। ये गर्माहट की अनुभूति देते हैं। इनसे छोटे आकार और लम्बाई का भ्रम होता है। ये रंग उत्साह देने वाले होते हैं और उत्तेजना व प्रसन्नता का आभास कराते हैं।
ठंडे रंग:
ये रंग नीले, हरे, बैंगनी आदि हैं। इनमे वनस्पति या जल तत्व होता है जिनसे ठंडक की अनुभूति होती है। ये शांतिदायक रंग होते हैं जो आराम और शान्ति का अनुभव कराते हैं। ये आकर्षक गर्म रंगों को भी संतुलित करते हैं। गर्म और ठंडे रंग एक दूसरे के पूरक होते हैं।
निष्प्रभावी रंग
सफ़ेद, काले, स्लेटी, भूरे, ताम्बई, हलके पीले रंग निष्प्रभावी उदासीन रंग हैं। ये गहरे रंगों के लिए अत्यंत प्रभावशाली पृष्ठभूमि प्रदान करते हैं। जब भी हम सही रंग योजना के विषय में आश्वस्त नहीं होते तब निष्प्रभावी रंग बहुत ही उपयोगी साबित होते हैं।
रंगों की विशेषताएं
प्रत्येक वास्तु के तीन आयाम अर्थात लम्बाई, चौड़ाई और ऊंचाई की भांति रंगों के भी तीन आयाम होते हैं। और उनकी व्याख्या ह्यू, वैल्यू और इंटेंसिटी के रूप में की जाती है।
ह्यू: ह्यू (का अर्थ) किसी रंग का नाम है। उदाहरण के लिए, लाल, नारंगी, नीला आदि।
वैल्यू: रंग का हल्कापन या गहरापन है। किसी भी रंग में सफ़ेद रंग मिला देने से हल्का रंग प्राप्त होता है। इसे टिंट कहते हैं। किसी रंग में कला रंग मिला देने से गहरा रंग प्राप्त होता है। इसे शेड या टोन कहते हैं। टिंट और टोन विशेष रूप से तब उपयोगी होते हैं जब आप एक प्राकृतिक नमूने की कढ़ाई कर रहे हो।
इंटेंसिटी: इंटेंसिटी का अर्थ किसी रंग के तेज और हल्केपन से है। किसी कशीदे में सभी चमकीले या सभी हल्के रंगों का प्रयोग किया जाय तो वह संतुलित नहीं दिखेगा। अतः उचित अनुपात में चमकीले और हल्के रंगों का उपयोग करना अच्छा रहेगा।
दैनिक जीवन में रंगों का महत्त्व
रंगों का इतिहास मानव के इतिहास जितना ही पुराना है। आदिमानव रंगों में जादुई विशेषताएं देखता था। मानव के कपडे पहनने से काफी पहले भी वह अपने शरीर को प्राकृतिक स्रोतों जैसे बेर से प्राप्त रंगों से सजाता था।
भिन्न-भिन्न रंगों के अर्थ भी भिन्न भिन्न होते हैं। हमारे ऊपर प्रत्येक रंग का मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है। लाल रंग जो अग्नि का प्रतीक है, उसका अर्थ हमारे लिए ताप/गर्मी है। हरा जो ताजा अंकुरित पौंधों का प्रतीक है वह ताजगी देता है और सुनहरा जो सूर्य के प्रकाश का द्योतक है, वह प्रसन्नता का प्रतीक है। संसार के अलग अलग भागों में भी रंगों का अर्थ भिन्न-भिन्न होता है।
उदाहरण के लिए काला रंग पश्चिमी देशों में शोक का प्रतीक है जबकि भारत और चीन में लोग शोक मनाने के लिए सफ़ेद वस्त्र पहनते हैं। भारत में कुछ दुल्हनें लाल वस्त्र पहनती हैं जबकि कुछ अन्य स्थानों/क्षेत्रों में लड़कियाँ सफ़ेद और सुनहरे/लाल कपड़े पहनती हैं।
रंग | प्रभाव |
---|---|
गहरा लाल | प्रेम, स्वास्थ्य, जीवन्तता |
चमकीला लाल | भावावेश, ख़तरा |
गहरा स्लेटी, लाल | बुराई |
गुलाबी | स्त्रियोचित, उत्सव, नाजुकता, मासूमियत |
नारंगी | महत्वाकांक्षा, उत्साह |
भूरा | उपयोगिता, परिपक्वता |
पीला | प्रेरणादायक, विवेक, प्रसन्नता |
गहरा सुनहरा | विलासपूर्ण, मूल्यवान |
पीला, हरा | ताजगी, यौवन |
नीला | शान्ति, संवेदनशील, आदर्शवादिता |
बैंगनी | भव्यता, राजवंशीय |
रंगों से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQs)
प्राथमिक रंग कौन कौन से हैं?
लाल, पीला और नीला
द्वितीयक रंग कौन कौन से हैं?
नारंगी, हरा और बैंगनी
पूरक रंग कौन-कौन से हैं?
हरा-मजेंटा, नीला-पीला, लाल-सियान
यह भी देखें