- राज्य में 80 प्रतिशत आबादी कृषि और उससे जुडी गतिविधियों में लगी है।
- 137.9 लाख हेक्टेयर भौगोलिक क्षेत्र में से कुल कृषि क्षेत्र कुल क्षेत्र का लगभग 35 प्रतिशत है।
- खेती का प्रमुख मौसम ख़रीफ हैं।
- चावल यहाँ की मुख्य फ़सल है।
- अन्य महत्त्वपूर्ण फ़सलें हैं- मक्का, गेंहू कच्चा अनाज, मूँगफली और दलहन।
- राज्य में धान का सर्वाधिक भंडार है।
- लगभग 3.03 लाख हेक्टेयर में बागवानी फ़सलें उगाई जाती हैं।
- एक विस्तृत और लहरदार प्रदेश छ्त्तीसगढ़ में चावल और अनाज की खेती होती है।
- निम्नभूमि में चावल बहुतायत में होता है, जबकि उच्चभूमि में मक्का और मोटे अनाज की खेती होती है।
- क्षेत्र की महत्त्वपर्ण नक़दी फ़सलों में कपास और तिलहन शामिल हैं।
- बेसिन में आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रचलन धीमी गति से हो रहा है।
- कृषि की दृष्टि से यह एक बेहद उपजाऊ क्षेत्र है।
- यह देश का ‘धान का कटोरा’ कहलाता है और 600 से ज़्यादा चावल मिलों को अनाज की आपूर्ति करता है।
- कुल क्षेत्र का आधे से कम क्षेत्र कृषि योग्य है, हालांकि स्थलाकृति, वर्षा और मिट्टी में विविधता के कारण इसका वितरण असमान है।
- यहाँ की कृषि की विशेषता कम उत्पादन और खेती की पारंपरिक विधियों का प्रयोग है।
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