मध्य प्रदेश के संग्रहालय | Museums of Madhya Pradesh

Museums of Madhya Pradesh – मध्य प्रदेश के संग्रहालय निम्नलिखित हैं:

मध्य प्रदेश में केंद्र शासन के संग्रहालय

1. पुरातत्व संग्रहालय, सांची, जिला रायसेन:

इसमें हिन्दू और बौद्ध दोनों धर्मों से सम्बंधित अवशेष हैं।

2. पुरातत्व संग्रहालय, खुजराहो, छत्तरपुर:

इसमें चंदेल काल ( 11-12वीं शती) की प्रतिमाएं सुरक्षित हैं, जिनमे अग्नि और स्वाहा, अर्धनारीश्वर, आदिनाथ, गजलक्ष्मी तथा मैथुन मूर्तियां प्रमुख हैं।

राज्य शासन के संग्रहालय

राज्य शासन के अधीन राज्य, जिला और स्थानीय स्तर पर संग्रहालय संचालित हैं:-

राज्य स्तरीय संग्रहालय

ये 7 हैं:

  1. केंद्रीय संग्रहालय, गुजरीमहल (ग्वालियर) 1909
  2. राजकीय संग्रहालय, भोपाल (1887 और 1964)
  3. केंद्रीय पुरातात्विक संग्रहालय, इंदौर (1931)
  4. रानी दुर्गावती संग्रहालय, जबलपुर (1975-76)
  5. राजकीय संग्रहालय, धुबेला (छतरपुर) (1955)
  6. तुलसी संग्रहालय, रामवन (सतना) (1978)
  7. दुष्यंत कुमार पांडुलिपि संग्रहालय, भोपाल

जिला संग्रहालय

ये 9 हैं, शिवपुरी, धार, मंडला, विदिशा, शहडोल, राज गज, देवास, मंदसौर और होशंगाबाद में। इनमे से शिवपुरी तीर्थकर प्रतिमाओं के लिए और मंडला जीवाश्म अवशेषों के लिए प्रसिद्द है।

स्थानीय संग्रहालय

इनकी संख्या 5 है – भानपुरा (मंदसौर), आशापुरी (रायसेन), महेश्वर (खरगौन), गंधर्वपुरी (देवास) और दमोह में संचालित स्थानीय संग्रहालयों में स्थानीय स्तर पर प्राप्त पाषाण प्रतिमाओं का संग्रह है।

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विश्वविद्यालयी संग्रहालय

तीन विश्वविद्यालयों सागर विश्वविद्यालय, जबलपुर विश्वविद्यालय और विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन ने अपने यहां पुरातत्व संग्रहालय स्थापित कर रखे हैं।