नीरज चोपड़ा वह शख्स हैं जिसने आज भारत का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है। टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाने वाले नीरज चोपड़ा पर पूरे देश को नाज है। जब हम एकटक नजरें लगाए टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक की राह ताक रहे थे तब उन्होंने हमें वह लाकर दिया। भारत को ओलम्पिक के इतिहास में मिलने वाले स्वर्ण पदकों की कुल संख्या 9 थी, लेकिन अब नीरज चोपड़ा के द्वारा गोल्ड मेडल जीतकर स्वर्ण पदकों की कुल संख्या 10 हो गयी है।
इस स्वर्ण एथलीट पदक के लिए देश ने 121 साल का लम्बा इंतजार किया, जिस इंतज़ार को नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो के दम पर ख़त्म किया। इन्होंने टोक्यो ओलंपिक समापन के एक दिन पहले देश को स्वर्ण पदक देकर निराशा को आशा में बदल दिया। एथलेटिक्स में मेडल जीतने वाले वह पहले भारतीय खिलाड़ी बन गये हैं जो कारनामा उन्होंने भाला फेंक इवेंट में इतिहास रचकर किया। इसके साथ ही एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक दिलाने वाले अभिनव बिंद्रा के बाद वे दूसरे भारतीय हैं।
वैसे तो क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों के खिलाड़ियों को उतनी पहचान नहीं मिलती, परंतु 23 वर्ष की उम्र में इतिहास रच कर यह प्रेरणा के स्रोत बन गए हैं। तो चलिए आज के लेख मे हम आपको नीरज चोपड़ा कौन है, नीरज चोपड़ा का परिवार, उनका जन्म कहां हुआ व कैरियर से सम्बंधित सभी बाते बताएँगे
Quick Links
नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय एक नजर में (Neeraj Chopra Biography in Hindi)
नाम | नीरज चोपड़ा |
निकनेम | निज्जू |
जन्म तारीख | 24 दिसम्बर 1997 |
जन्म स्थान | पानीपत, हरियाणा |
आयु | 23 साल |
लम्बाई | 178 c.m. |
वजन | 86 किलो |
माता का नाम | सरोज देवी |
पिता का नाम | सतीश कुमार |
शिक्षा | स्नातक |
कोच | उवे होन |
अन्य कोच | गैरे कालवर्ट नसीम अहमद डॉ क्लोस बरतोनित्ज वर्नर डेविलस राजकुमार (आर्मी कोच) |
पेशा | भाला फेंक |
स्टेटस | अविवाहित |
धर्म | हिन्दू |
जाति | हिन्दू रोर मराठा |
फैमिली पेशा | किसान |
नीरज चोपड़ा का जन्म (Neeraj Chopra Birthday)
नीरज चोपड़ा भारतीय नागरिक हैं, जो भाला फेंक खिलाड़ी हैं। इनका जन्म 24 दिसंबर 1997 को पानीपत, हरियाणा के खांद्रा गांव में जाट किसान परिवार में हुआ था। अब 2021 तक इनकी आयु 23 वर्ष हैं और इन्होने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक प्राप्त किया था।
नीरज चोपड़ा का परिवार (Family of Neeraj Chopra)
नीरज चोपड़ा के पिता का नाम सतीश कुमार है और वह पेशे से किसान है, वह अपने छोटे से गांव खंडरा में खेती करते हैं। इनकी माता का नाम सरोज देवी है जो कि एक कुशल ग्रहणी है। इनके पांच भाई-बहन है जिनमें यह सबसे बड़े हैं। नीरज चोपड़ा के परिवार की आय का मुख्य स्रोत खेती ही थी।
नीरज चोपड़ा की शिक्षा (Education of Neeraj Chopra)
नीरज चोपड़ा ने अपनी स्कूली शिक्षा हरियाणा में रहकर ही प्राप्त की है। प्रारंभिक शिक्षा समाप्त होने के बाद इन्होंने डी.ए.वी. कॉलेज चंडीगढ़ से स्नातक की डिग्री ली। पढ़ाई के साथ साथ ही ये पिता और चाचा के साथ खेत पर जाकर काम किया करते थे।
नीरज चोपड़ा के कोच (Coach of Neeraj Chopra)
आज नीरज चोपड़ा जिस बुलंदी पर है, उसका श्रेय उनके कोच को भी जाता है क्योंकि उनके नेतृत्व में उन्होंने अनेक प्रकार के प्रशिक्षण प्राप्त किए। उनके कोच जर्मनी के दिग्गज जैवलिन थ्रो खिलाड़ी है जिनका नाम उवे होन है। वह पूर्व जर्मनी ट्रैक और एथलीट खिलाड़ी है।
नीरज चोपड़ा का निजी जीवन
नीरज चोपड़ा अभी अविवाहित है, इनकी उम्र महज 23 साल है और इस समय इनका ध्यान अपने करियर पर है जिसके कारण आज इन्हें इतनी सफलता प्राप्त हुई है। नीरज चोपड़ा के लव अफेयर्स के बारे में किसी भी तरह की जानकारी प्राप्त नहीं है।
नीरज चोपड़ा का शारीरिक गठन
नीरज चोपड़ा शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनकी हाइट 178 सेमी या 6 फीट है और उनका वजन 86 किलो है। वह ट्रैक और फील्ड खेलों में बहुत अच्छे हैं। नीरज चोपड़ा अपनी सेहत का काफी ख्याल रखते हैं और वह शारीरिक रूप से फिट हैं। अपने स्वस्थ शरीर के कारण उन्होंने एक एथलीट के रूप में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। 23 साल की उम्र में वह बाकी आम लोगों की तुलना में बहुत अच्छा खेलते हैं।
नीरज चोपड़ा का करियर
नीरज चोपड़ा के करियर की शुरुआत बहुत ही रोचक तरीके से हुई थी। उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वह जेवलिन थ्रो खेल को खेलेंगे, क्योकि बचपन मे उन्हें दूसरे खेल पसंद थे परन्तु समय ने ऐसा मोड़ लिया कि आज वह जेवलिन थ्रो विजेता है।
11 साल की उम्र से ही उनकी जेवलिन में रुचि जयवीर चौधरी के कारण पैदा हुई, क्योंकि वह पानीपत स्टेडियम में अभ्यास करते थे और नीरज उन्हें देखते ही इस खेल के प्रति आकर्षित हो गए थे। जयवीर भाला एथलीट में हरियाणा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
नीरज का वजन 11 साल की आयु मे 80 किलो था, जिसे कम करने के लिए वह पानीपत स्टेडियम जाया करते थे। इसी दौरान उनकी जेवलिन खेल से जान-पहचान हुई और उन्होंने इसे अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया।
इसके बाद वह अपनी फिटनेस पर काम करने और वजन कम करने के लिए नियमित रूप से पानीपत स्टेडियम जाने लगे, क्योंकि वह मोटे और गोल-मटोल थे और एक खिलाडी का फिट होना बहुत आवश्यक है। जब तक उन्होंने खेल में हाथ नहीं आजमाया, तब तक उन्हें भाला फेंक के बारे में बहुत कम पता था, उनकी क्षमता को सीनियर्स ने भांप लिया और उन्हें खेल को गंभीरता से लेकर बेहतरीन प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया।
उनके घर की स्थिति भी ऐसी नहीं थी कि वह किसी से प्रशिक्षण प्राप्त कर सके लेकिन उन्होंने मेहनत की। नीरज को अपने गांव में सार्वजनिक परिवहन की कमी के कारण अपने घर से स्टेडियम तक यात्रा करने में बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ा था, परन्तु उन्होंने हार नहीं मानी। वह प्रशिक्षण मैदान तक पहुंचने के लिए 16-17 किलोमीटर की यात्रा के लिए गुजरने वाले वाहनों से लिफ्ट लेते थे। बाद में उन्होंने पानीपत स्टेडियम में उचित बुनियादी ढांचे की कमी के कारण पंचकुला के तालुका देवी लाल स्टेडियम में ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी।
2012 की राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं में शामिल होने के बाद नीरज चोपड़ा के करियर ने तुरंत उड़ान भरी और 68.46 मीटर के रिकॉर्ड थ्रो के साथ उन्होंने अपना पहला स्वर्ण पदक जीता। इस उपलब्धि के साथ वह बेहतर प्रशिक्षण और प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय शिविर में शामिल हो गए।
नीरज को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर करियर मे सफलता 2016 में मिली, जब उन्होंने गुवाहाटी में दक्षिण एशियाई खेलों में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय स्वर्ण पदक 86.48 मीटर की दूरी के लिए जीता।
वर्ष 2017 में उन्होंने चीन के 3 अलग-अलग शहरों जिंहुआ, जियाक्सिंग और ताइवान के ताइपे में आयोजित एशियन ग्रां प्री सीरीज़ में 2 रजत पदक और एक कांस्य पदक जीता। यहां उन्होंने 50.23 मीटर की दूरी तक भाला फेंका था। उसी वर्ष उन्होंने आईएएएफ डायमंड लीग में भाग लिया और 83.80 मीटर के थ्रो के साथ 7वें स्थान पर रहे।
परंतु 2017 में उन्हें बाहर कर दिया गया क्योंकि वह जेवलिन थ्रो के लिए सक्षम नहीं थे। अतः उन्होंने अपने आप को बेहतर बनाने के लिए बहुत कठिन परिश्रम किया।
नीरज चोपड़ा ने वर्ष 2018 में कॉमनवेल्थ में लगभग 86.47 मीटर की दूरी तक भाला फेंका और स्वर्ण पदक प्राप्त किया। आज वह अपने करियर को असमान की ऊंचाईयों तक पंहुचा चुके है और निरंतर भारत को गौरवान्वित करते जा रहे है।
नीरज चोपड़ा आर्मी सूबेदार
जब नीरज ने वर्ष 2016 मे हुए आइएएएफ़ वर्ल्ड यु-20 चैंपियनशिप मे बेहतरीन प्रदर्शन करके स्वर्ण पदक जीता, तो भारतीय सेना ने खुश होकर उन्हें राजपुताना रेजिमेंट मे सूबेदार का पद दिया। इस पद को पाकर नीरज बहुत खुश थे, क्योकि उनसे पहले उनके घर का कोई भी सदस्य सरकारी पद पर कार्यरत नहीं हुआ था।
नीरज चोपड़ा टोक्यो ओलिंपिक 2020 सफलता
टोक्यो ओलिंपिक 2020 का आखिरी मैच 7 अगस्त को शाम 4:30 बजे आयोजित हुआ था। इस दिन नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलिंपिक मे इतिहास रचा। उन्होंने 87.58 मीटर भाला फेंक कर पहला स्थान प्राप्त किया और स्वर्ण पदक जीता। उन्हें पांच चांस मिले थे और वह प्रथम स्थान पर ही बने रहे, परन्तु नीरज का चौथा चांस फाउल रहा।
जेवलिन थ्रो मे नीरज के सामने जोहानेस वेटर थे जिनका रिकॉर्ड 90 मीटर की दूरी तक भाला फेकने का है परन्तु नीरज के सामने वह नहीं टिक सके। जोहानेस ने तीन प्रयास किये पर उन्हें दो फाउल मिले और उनका बेहतरीन रिकॉर्ड 82.8 मीटर तक का रहा। माना जा रहा था कि यह स्वर्ण पदक लेकर जायेंगे, लेकिन नीरज की कड़ी मेहनत और विश्वास ने उन्हें जीत दिलवाई। उनके 87.58 मीटर के रिकॉर्ड को कोई भी नहीं तोड़ सका।
वह देश के लिए व्यक्तिगत स्वर्ण पदक लाने वाले दूसरे खिलाडी बने। यह भारत के लिए बहुत गर्व की बात थी, क्योकि इससे पहले कभी भारत को ओलिंपिक के एथलेटिक्स इवेंट्स मे कोई भी पदक प्राप्त नहीं हुआ था। नीरज के कारण ही पूरे 13 साल बाद ओलिंपिक मे भारतीय तिरंगा ऊँचा किया गया और राष्ट्रगान बजा।
नीरज चोपड़ा के रिकॉर्ड (Records of Neeraj Chopra)
नीरज चोपड़ा ने सदैव अपने सपने को देखा ही नहीं है बल्कि पल-पल उसे जिया है । वह हमेशा अपनी मेहनत और लगन के दम पर आगे बढ़ते गए और अपने नाम अनेक रिकॉर्ड बनाये:
- लखनऊ मे वर्ष 2012 मे हुए अंडर-16 राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप मे नीरज ने 68.46 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक प्राप्त किया था।
- वर्ष 2013 मे नेशनल यूथ चैंपियनशिप मे उन्होंने रजत पदक प्राप्त किया।
- वर्ष 2015 मे हुई इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप मे उन्होंने 81.04 मीटर भाला फेंककर एज ग्रुप का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
- इसके बाद वर्ष 2016 के दक्षिण एशियाई खेलो मे 82.23 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक हासिल किया।
- नीरज चोपड़ा ने वर्ष 2018 मे दो स्वर्ण पदक प्राप्त किये; पहला पदक गोल्ड कोस्ट में आयोजित कामनवेल्थ खेल मे 86.47 मीटर भाला फेंक और दूसरा पदक जकार्ता एशियन गेम मे 88.06 मीटर भाला फेंककर प्राप्त किया।
- वर्ष 2018 में उन्होंने फ्रांस में सोटेविले एथलेटिक्स मीट में 2012 लन्दन ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता केशोर्न वालकॉट को हराया था। उन्होंने 85.17 मीटर तक भाला फेंककर स्वर्ण पदक प्राप्त किया था।
- उसके बाद वर्ष 2018 मे ही फिनलैंड के लापिनलाहटी में 85.69 मीटर तक भाला फेंककर एक और स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
- मार्च 2021 में नीरज ने पटियाला में इंडियन ग्रां प्री मीट में 88.07 मीटर फेंककर अपना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया।
नीरज चोपड़ा को मिले पुरुस्कार
नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो के अनेक खेलो मे बेहतरीन प्रदर्शन किया है इसलिए उन्हें बड़ी संख्या में कई मेडल से नवाजा जा चुका है।
साल | पुरुस्कार |
2012 | नेशनल जूनियर चैंपियनशिप स्वर्ण पदक |
2013 | नेशनल यूथ चैंपियनशिप रजत पदक |
2016 | तीसरा विश्व जूनियर पुरुस्कार |
2016 | एशियाई जूनियर चैंपियनशिप रजत पदक |
2017 | एशियाई एथेलेटिक चैंपियनशिप स्वर्ण पदक |
2018 | एशियाई खेल चैंपियनशिप स्वर्ण गौरव |
2020 | विशिष्ट सेवा पदक (वीएसएम) |
नीरज चोपड़ा को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए भी चुना गया था जिसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार है।
नीरज चोपड़ा की वर्तमान रैंकिंग
वर्ष 2021 की वर्तमान रैंकिंग के अनुसार नीरज चोपड़ा जेवलिन थ्रो में चौथे स्थान पर और विश्व रैंकिंग में 107वें स्थान पर है।
नीरज चोपड़ा बेस्ट थ्रो
टोक्यो ओलिंपिक के भाला फेंक के फाइनल मैच मे नीरज ने 87.58 मीटर की दूरी को छुआ जो उनका अब तक का सबसे बेस्ट थ्रो है।
नीरज चोपड़ा फ़िटनेस वर्कआउट
नीरज आर्मी मे कार्यरत है इसलिए उनका फिट रहना बहुत जरुरी है इसके लिए वह स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और एब्स की एक्सरसाइज पर फोकस करते है। अपने स्टैमिना को मजबूत बनाये रखने के लिए वह रनिंग के साथ वेट लिफ्टिंग भी करते है। नीरज जेवलिन थ्रो खेलते है उसके लिए कंधो का मजबूत होना बहुत जरुरी है, इसलिए वह डबल फ्रंट व साइड रेसेस भी रोज़ करते है। इन सब के अलावा वह दूसरे वर्कआउट भी करते है।
नीरज चोपड़ा का डाइट प्लान
नीरज चोपड़ा को फैटी डाइट लेना पसंद नहीं है, वह नाश्ते के समय ब्राउन ब्रेड और आमलेट लेते है। लंच व डिनर मे ग्रिल चिकन ब्रैस्ट, ग्रिल सेनमोन और अंडे लेना पसंद करते है, वही भूख लगने पर व प्रैक्टिस के दौरान वह ताज़ा जूस पीते है। जब भी उनका मैच होता है तो वह सिर्फ सलाद और फल खाते है, ताकि भारीपन महसूस न हो और एनर्जी बनी रहे। कुछ समय पहले ही उन्होंने सालमन फिश को अपनी डाइट मे जोड़ा है
नीरज चोपड़ा का पसंदीदा खाना
नीरज को वेजिटेबल बिरयानी और आमलेट खाना बहुत पसंद है और फ़ास्ट फ़ूड मे वह गोलगप्पे के शौक़ीन है। वह मीठे से परहेज करते है और कभी-कभार घर का बना चूरमा खाते है।
नीरज चोपड़ा की कुल आय (Income of Neeraj Chopra)
वर्तमान समय मे नीरज चोपड़ा गोटोरेड जोकि स्पोर्ट्स ड्रिंक्स के लिए फेमस कंपनी है के ब्रांड एम्बेसडर चुने गए है, साथ ही वह जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स टीम के सदस्य भी है। इन पदों से अंदाज़ा लगाया जाये तो इनकी कुल सम्पति 1 से 5 मिलियन डॉलर के आसपास है और इनकी सैलरी के बारे मे कोई जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।
नीरज चोपड़ा के इनाम
नीरज ने ओलिंपिक मे एक नया कीर्तिमान बनाया है, जिसके कारण पूरे भारत मे ख़ुशी की लहर दौड़ रही है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर प्रत्येक व्यक्ति उन्हें उनकी जीत के लिए बधाई दे रहे है, वहीनीरज चोपड़ा के टोक्यो ओलिंपिक मे बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें अनेको इनाम देने की घोषणा भी हुई है:-
- बीसीसीआई टोक्यो ओलिंपिक विजेता नीरज चोपड़ा को 1 करोड़ का इनाम देगी।
- नीरज हरियाणा के निवासी है इसलिए वहाँ की सरकार ने उन्हें 6 करोड़ रुपए नकद इनाम के साथ उन्हें क्लास-1 की नौकरी देने की घोषणा की है।
- वही पंजाब सरकार ने उन्हें 2 करोड़ नकद देने और अपने स्कूल व सडको के नाम ओलिंपिक पदक विजेताओ के नाम पर रखने का फैसला किया है।
- इसके साथ नीरज को गोरखपुर नगर निगम की ओर से 1 लाख रुपए की राशि दी जाएगी।
- नीरज को इंडिगो कंपनी ने 1 साल तक फ्री ट्रेवल करने की सुविधा दी है।
- आईपीएल की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स ने भी नीरज की उपलब्धि पर उन्हें 1 करोड़ रुपए की राशि देने का एलान किया है।
नीरज चोपड़ा ने किसे समर्पित किया अपना पदक
नीरज ने ओलिंपिक मे पदक जीत कर मिल्खा सिंह के सपने को सच बना दिया। मिल्खा सिंह जी का सपना था कि कोई खिलाडी भारतीय ट्रैक और फील्ड मे ओलिंपिक पदक जीते, इसलिए नीरज चोपड़ा ने स्वर्गीय मिल्खा सिंह को अपना पदक समर्पित किया।
नीरज चोपड़ा से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQs)
नीरज चोपड़ा किस खेल से सम्बंधित है?
एथलीट भाला फेंक खिलाडी
नीरज चोपड़ा की उम्र कितनी है?
23 वर्ष
नीरज चोपड़ा की सैलरी कितनी है?
लगभग 1 से 5 मिलियन
नीरज चोपड़ा जेवलिन थ्रो मे कौन से रैंक पर है?
चौथे स्थान
नीरज चोपड़ा की हाइट व वेट कितना है?
5 फुट 10 इंच, 86 किलो
नीरज चोपड़ा का 2021 का बेस्ट थ्रो कितना है?
87.58 मीटर
नीरज ने किसे अपना स्वर्ण पदक समर्पित किया है?
स्वर्गीय धावक मिल्खा सिंह
नीरज चोपड़ा के कोच कौन है?
उवे होन
निष्कर्ष
इस लेख के माध्यम से हमने आपको नीरज चोपड़ा के जीवन से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की हैं। उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा अगर आपके मन मे नीरज चोपड़ा से जुड़े कोई प्रश्न या सुझाव हैं, तो आप हमें Instagram (atul_slsh) में पूछ सकते हैं।
यह भी देखें