उत्तराखंड के राष्ट्रीय उद्यान | National Parks of Uttarakhand

National Parks of Uttarakhandउत्तराखंड के राष्ट्रीय उद्यान निम्न प्रकार हैं:

National Parks of Uttarakhand

जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान (Jim Corbett National Park)

स्थापना            –           1936 (सर हेली) द्वारा

कुल क्षेत्रफल    –           520.82 वर्ग किलोमीटर

स्थान                –           नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल

  • कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान भारत का ही नहीं, बल्कि एशिया का प्रथम राष्ट्रीय उद्यान है।
  • स्वतंत्रता के बाद इसका नाम रामगंगा नेशनल पार्क रखा गया, लेकिन वर्ष 1957 में महान प्रकृति प्रेमी जिम कॉर्बेट की स्मृति में इसका नाम एक बार पुनः बदलकर कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान कर दिया गया,
  • इस पार्क में प्रवेश के लिए नैनीताल जनपद के ढीकाला में प्रवेश द्वार बनाया गया है, जो कि नैनीताल जिला मुख्यालय से 144 किलोमीटर दूर है, यह क्षेत्र नगर पालिका रामनगर से काफी निकट है।
  • 1 नवंबर 1973 को इसे भारत का पहला बाघ संरक्षण पार्क घोषित किया गया। संरक्षित क्षेत्र की घोषणा के बाद पार्क में शेरों की संख्या में निरंतर वृद्धि हुई है,
  • इस पार्क में लगभग 570 पक्षी प्रजातियां, 25 सरीसृप की प्रजातियां, व 75 स्तनधारी जीव पाए जाते हैं।

गोविंद राष्ट्रीय उद्यान (Govind National Park)

स्थापना           –           1980

स्थान               –           उत्तरकाशी

क्षेत्रफल           –           472 वर्ग किलोमीटर

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नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान (Nanda Devi National Park)

स्थापना           –           1982

स्थान               –           चमोली जिले में

क्षेत्रफल           –           624 वर्ग किलोमीटर

  • यह उद्यान 5431 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है,
  • इस उद्यान में हिमालयन भालू, स्नैलैपईस,  मस्त डियर, मोनाल, कस्तूरी मृग, भरल आदि पशु-पक्षियों का बाहुल्य हैं।
  • पार्क का मुख्यालय जोशीमठ में है।

फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान (Valley of Flowers National Park)

स्थापना           –           1982

स्थान               –           चमोली जनपद में

क्षेत्रफल           –           87.5 वर्ग किलोमीटर

खोज                –           1931 (फ्रेंक स्माइथ)

  • उद्यान समुद्र तल से 3600 मीटर की ऊंचाई पर नर और गंध मादन पर्वतों के बीच स्थित है ।
  • यहां पुष्पावती नदी बहती है, जो कि कामेत पर्वत से निकलती है।
  • यहां का मुख्य आकर्षण हजारों किस्म की पुष्प और दुर्लभ जंतु है।
  • इसका मुख्यालय जोशीमठ है।

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राजाजी राष्ट्रीय उद्यान (Rajaji National Park)

स्थापना           –           1983

स्थान               –           देहरादून, हरिद्वार व पौड़ी गढ़वाल

क्षेत्रफल           –           820.42 वर्ग किलोमीटर

  • इस पार्क में 23 प्रकार के स्तनधारी वन्य प्राणी एवं 313 प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं।
  • यहां विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां में साल, खैर, शीशम, झिंगन, खरपट, बालकी, सैन, चीड़, सिरस, रोहणी  आदि प्रमुख है।
  • इसका मुख्यालय देहरादून में है।

गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान (Gangotri National Park)

स्थापना           –           1989

स्थान               –           उत्तरकाशी जनपद

क्षेत्रफल           –           2390 वर्ग किलोमीटर

  • गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान में मुख्य वन्य-जीवों में हिम तेंदुआ, हिमालयन भालू, कस्तूरी मृग, भरल और प्रमुख पक्षियों में मोनाल, कोकलास, ट्रेगोपान आदि है।

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