मध्य प्रदेश की भौगोलिक स्थिति

मध्य प्रदेश भारत के मध्य में होने के कारण इसे भारत का ह्रदय स्थल कहा जाता है। मध्य प्रदेश का क्षेत्रफल 308252 वर्ग किमी है, जो भारत के कुल क्षेत्रफल का 9.38% है। यह राजस्थान के बाद देश का दूसरा सबसे अधिक क्षेत्रफल वाला प्रदेश है।

क्षेत्रफल:

मध्य प्रदेश का क्षेत्रफल 308252 वर्ग किमी है। यह देश का 9.38 प्रतिशत है। क्षेत्रफल में भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य मध्य प्रदेश है।

  • लम्बाई (उत्तर-दक्षिण) : 605 किमी
  • चौड़ाई (पूर्व-पश्चिम) : 870 किमी

पडोसी राज्यों से लगे मध्य प्रदेश के जिले

  • उत्तर प्रदेश (13 जिले) – मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोक नगर, सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरोली ।
  • राजस्थान (10 जिले) – झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना।
  • महाराष्ट्र (9 जिले) – अलीराजपुर, बड़वानी, खरगौन, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट।
  • गुजरात (2 जिले) – झाबुआ तथा अलीगजपुर
  • छत्तीसगढ़ (6 जिले) – सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनुपपुर, डिंडोरी, बालाघाट।

भौगोलिक या प्राकृतिक विभाजन

भू-वैज्ञानिक दृष्टि से मध्य प्रदेश सर्वाधिक प्राचीन गोंडवाना लैंड का भू-भाग है।
“फीजियोग्राफी मैप ऑफ़ इंडिया” में मध्य प्रदेश को 3 भौगोलिक प्रक्षेत्रों में बांटा गया है:

  • मध्य उच्च प्रदेश – पश्चिम से लेकर पूर्व तक मध्य प्रदेश की उठी हुई भूमि मध्य प्रदेश में सर्वाधिक विस्तृत मध्य उच्च प्रदेश है, इसके 5 भाग हैं:
    • मालवा पठार
    • मध्य भारत का पठार
    • रीवा-पन्ना का पठार
    • नर्मदा सोन घाटी
    • बुंदेलखंड पठार
  • सतपुड़ा-मैकल श्रेणी प्रदेश – मध्य प्रदेश की दक्षिण-पश्चिम सीमा से पूर्व में अमरकंटक तक विस्तृत इस श्रेणी के तीन उपविभाजन हैं –
    • राजपीपला श्रेणी
    • मध्य श्रेणी
    • मैकल श्रेणी
  • पूर्वी पठार या बघेलखण्ड का पठारी भाग – मध्य प्रदेश के उत्तर-पूर्व में स्थित इस पठार का सीधा शहडोल वाला भाग मध्य प्रदेश में है, गोंडवाला शैल समूह से प्रमुखतः निर्मित इस पठार में विध्यन ग्रेनाइट शैल समूह भी मिलते हैं। यहां लाल बलुई मिटटी पाई जाती है, सोन टॉस, बीहड व जोहिला प्रमुख नदियाँ हैं।
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