चिया सीड क्या है? चिया सीड के फायदे, नुकसान, खाने का तरीका | Chia Seeds in Hindi, Benefits, Side effects

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना प्रत्येक व्यक्ति के लिए नामुमकिन सा होता जा रहा है और इसके चलते  कहीं ना कहीं हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी होती जा रही है। इस कमी को पूरा करने के लिए हमें अपने भोजन में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जिनसे हमारे शरीर को पोषक तत्व भरपूर मात्रा में प्राप्त हो।

आपको चाहिए कि आप अपनी डाइट ठोस और साबुत तौर पर ले ताकि आपके शरीर को फायदा मिले। वैसे भी बेहतर जिंदगी के लिए आवश्यक है कि हम सेहतमंद और फिट रहें इसलिए प्रत्येक व्यक्ति अपनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहता है जो फूल डाइटरी सप्लीमेंट हो। ऐसा ही एक फूल डाइटरी सप्लीमेंट है चिया सीड्स जिन्हें चिया के बीज कहते हैं। 

आजकल चिया सीड्स बहुत ज्यादा प्रयोग में लाए जा रहे है। आपने अधिकतर सेलिब्रिटीज के मुंह से सुना होगा कि वह अपने आपको फिट रखने और वजन कम करने के लिए चिया सीड्स का प्रयोग ही करते है तो आखिर चिया सीड्स क्या है और इनका कैसे प्रयोग किया जाता है व इससे जुड़े फायदे और नुकसान के बारे में हम आपको आज के लेख में बताएंगे इसके साथ भी इससे जुड़ी अन्य जानकारी भी दी जाएगी।

चिया सीड क्या है? (Chia Seeds in Hindi)

chia seeds in hindi, benefits, side effects

वैसे तो चिया के बीज भी दूसरे बीजों की तरह ही दिखाई देते है, लेकिन इन्हें पहचानने का एक तरीका है कि चिया सीड छोटे छोटे काले, ग्रे और सफेद रंग के बीज होते हैं जो कि साल्विया हेस्पेनिका नाम के पौधे से प्राप्त होते हैं यह पौधा मूल रूप से मेक्सिको में पाया जाता है। इन्हें मैक्सिकन चिया या साल्‍बा चिया के नाम से भी जाना जाता है।

चिया का अर्थ होता है मजबूत। यह बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। यह स्वाद में अखरोट के जैसे होते है। चिया के बीज में औषधीय गुण पाए जाते है इसलिए इनका प्रयोग अब खाने में भी होने लगा है।

चिया बीज का हिंदी नाम क्या है?

चिया बीज का वैज्ञानिक नाम साल्विया हेस्पेनिका है और जिस पौधे से यह बीज प्राप्त होते है उसे भी इसी नाम से जाना जाता है, लेकिन अक्सर यह प्रश्न खोजा जाता है कि चिया बीज का हिंदी नाम क्या है? जैसा कि हम आपको बता ही चुके हैं कि चिया बीज मैक्सिकन मूल के हैं इसलिए चिया के बीजों का हिंदी नाम नहीं है। इसे हिंदी में चिया के बीज या चिया सीड के नाम से ही जानते है।

चिया के बीजों में पाए जाने वाले पोषक तत्व

जैसे कि आप सब जान चुके हैं कि चिया के बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और इनके सेवन से हम सेहतमंद व फिट रह सकते है। चिया के बीजों में सबसे अधिक ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है जो कि हमारी हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है इसके अलावा चिया के बीजों में पोटैशियम, फाइबर, कार्बोहायड्रेट, प्रोटीन, जिंक, कॉपर, ओमेगा 6, वसा, सोडियम, फास्‍फोरस, जस्ता, तांबा, कैल्शियम, मैंगनीज जैसे सभी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते है। इन सब के अतिरिक्त चिया के बीज में एंटीस्पेटिक, एंटीफंगल और एंटीऑक्सिडेंट गुण भी मिलते हैं।

चिया के बीजों का का चुनाव कैसे करें?

चिया के बीजों का चुनाव करते समय कुछ बातों का ध्यान रखें तभी आप इन से उचित पोषक तत्व प्राप्त कर पाएंगे:-

  • चिया के बीज लेते समय उसके रंग पर विशेष तौर पर ध्यान दें, अगर उसका रंग काला है तो यह अच्छी क्वालिटी के चिया के बीज  है।
  • अगर चिया के बीजों का रंग हल्का भूरा है तो इसका अर्थ है कि यह अच्छे गुणवंता वाले नहीं हैं।
  • चिया के बीज आपको किसी ड्राई फ्रूट स्टोर या खाद्य स्टोर में आसानी से प्राप्त हो जाएंगे।

चिया सीड खाने का तरीका

  • चिया के बीजों को आप जूस, दूध व शेक में मिलाकर ले सकते है इसके लिए आप 4 घंटे पहले चिया के बीजों को पानी में भिगोकर रख दें, जिसके बाद यह जेल में बदल जाएंगे और अब इस जेल को अपने दूध, जूस व शेक में मिला ले।
  • सुबह के समय नाश्ते में दलिया में मिलाकर चिया के बीजों का सेवन करें।
  • फ्रूट सलाद में मिलाकर भी इन बीजों का सेवन किया जा सकता है।

एक दिन में कितने चिया के बीजों का सेवन करना चाहिए?

चिया के बीज हमारे स्वास्थ्य के लिए तभी तक फायदेमंद है जब तक हम इनका उचित मात्रा में सेवन करते हैं। इन बीज में फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है और जैसा कि हम सभी जानते हैं फाइबर की अत्यधिक मात्रा से पाचन तंत्र पर असर पड़ता है इसलिए डॉक्टरों के द्वारा सलाह दी जाती है कि चिया के बीजों का उचित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए।

चिया के बीजों को रात में खाने की बजाय आप सुबह सलाद, स्मूदी, जूस, दूध आदि के साथ सेवन करें, अगर आप चिया के बीजों का सेवन करना चाहते हैं तो आपको 1 दिन में दो से तीन चम्मच चिया के बीजों का ही खाने में प्रयोग करना चाहिए।

आजकल देखा जाता है कि लोग कहीं से पढ़कर या दूसरों की बातों को सुनकर किसी भी चीज का प्रयोग करने लगते हैं जिसका उनकी सेहत पर फायदे की जगह नुकसान भी देखा गया है, लेकिन हम आपको सलाह देंगे कि चिया के बीजों का सेवन करने से पहले आप अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

चिया सीड के फायदे (Chia Seeds Benefits in Hindi)

चिया के बीजों में सभी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में उपलब्ध होते हैं। यह हमारे शरीर को स्वस्थ रखते है इनका सेवन करने से हमें निम्नलिखित लाभ होते है:-

  • हड्डियों और दांतों के लिए फायदेमंद- हम सभी जानते है कि हड्डियों और दांतों को स्वस्थ रखने के लिए भरपूर मात्रा में कैल्शियम की आवश्यकता होती है और चिया के बीजों में दूध के मुकाबले बहुत अधिक कैल्शियम पाया जाता है, इसके साथ ही इसमें और भी पोषक तत्व मौजूद होते है जो हमारी हड्डियों और दातों के लिए फायदेमंद रहते है।
  • कब्ज की समस्या से मुक्ति- जब किसी भी व्यक्ति को कब्ज की शिकायत रहती है तो उसे भूख नहीं लगती और पेट संबंधी अन्य रोग भी हो जाते है, इसके साथ ही खट्टी डकारे भी आती है। कब्ज की समस्या से पीड़ित लोगों को चिया के बीजों का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि इन बीजों में बहुत अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट गुण और फाइबर मौजूद रहता है जोकि पाचन क्रिया के लिए बहुत आवश्यक है इससे कब्ज की समस्या से मुक्ति मिलती है।
  • मधुमेह में लाभकारी- चिया के बीजों का सेवन मधुमेह की समस्या में बहुत लाभकारी है क्योंकि इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है जोकि शुगर के स्तर को कम करता है जिसके कारण शुगर की समस्या नियंत्रण में आती है।
  • पाचन तंत्र में मजबूती- अगर आप अपने पाचन तंत्र को मजबूत बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपनी डाइट में चिया के बीजों को जरूर शामिल करना चाहिए क्योंकि इनमें फाइबर बहुत अधिक मात्रा में रहता है जो कि पाचन तंत्र को मजबूत बनाने का कार्य करता है।
  • त्वचा को स्वस्थ बनाए- चिया के बीजों के प्रयोग से आप अपनी त्वचा को भी खूबसूरत बना सकते हैं क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण भरपूर मात्रा में मौजूद रहते हैं जोकि हमारी त्वचा को नमी प्रदान करते है।
  • वजन कम करने में सहायक- अगर आप मोटापे की समस्या से परेशान है और वजन तेजी से घटाना चाहते है तो उसके लिए आपको इन बीजों का सेवन करना चाहिए क्योंकि इन में फाइबर भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जोकि वजन कम करने के साथ-साथ वजन को नियंत्रित भी रखता है।
  • हृदय संबंधी रोगों में फायदेमंद- चिया के बीजों में ओमेगा-3, फाइबर व एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद रहते हैं जोकि हृदय संबंधी सभी रोगों को दूर करने में सहायक है और हृदय को पूरी तरह से स्वस्थ रखते है, इसके साथ ही दिल का दौरा पडने से भी बचाता है।
  • ऊर्जा का स्तर बनाए रखना- चिया के बीज ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। इनमें जिंक, विटामिन बी, प्रोटीन, आयरन व कई सारे पोषक तत्व मौजूद होते है इसलिए चिया के बीजों का सेवन करने से शरीर में ऊर्जा का स्तर बना रहता है।
  • इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाएं- जिन व्यक्तियों का प्रतिरक्षा तंत्र यानी इम्यून सिस्टम कमजोर होता है उन्हें बीमारियां जल्दी पकड़ लेती हैं। ऐसे व्यक्तियों को अपनी डाइट में चिया के बीजों का सेवन करना चाहिए क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जोकि इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने में लाभकारी हैं इसके साथ ही चिया के बीजों के सेवन से पाचन तंत्र भी मजबूत होता है और खाया गया भोजन व्यक्ति के शरीर में लगता है।
  • कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल करें- आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम सभी के लिए आवश्यक है कि हमारा कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रहे क्योंकि जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है तो उससे कई गंभीर समस्याएं उत्पन्न होती हैं चिया के बीजों में ओमेगा 3 फैटी एसिड मौजूद होता है जो कोलस्ट्रोल लेवल को कम करने में मददगार है और इसके साथ ही यह दिल को भी स्वस्थ रखता है, इसलिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार चिया के बीजों को अपने भोजन में शामिल करें।

चिया बीज के सेवन से होने वाले नुकसान (Chia Seeds Side Effects)

चिया बीज को खाने के अनेक फायदे हैं लेकिन अगर उसे उचित तरीके से सेवन ना किया जाए तो उससे नुकसान भी हो सकते हैं इसलिए चिया बीज के सेवन करने से पहले उसके नुकसान के बारे में भी जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है:

  • एलर्जी की संभावना- चिया बीज को खाने से फूड एलर्जी होने की संभावना भी रहती है जिससे पेट दर्द, डायरिया व पेट से संबंधित समस्या उत्पन्न होती हैं वहीं कुछ लोगों को स्किन एलर्जी जैसे खुजली, बॉडी मे रेशेज व शरीर में सूजन आदि भी हो सकती है, इसलिए चिया के बीजों का सावधानीपूर्वक सेवन करें।
  • बदहजमी की समस्या- चिया के बीजो  का एक दिन में तीन से चार बार सेवन करने से बदहजमी की समस्या उत्पन्न होती है क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है और फाइबर आसानी से नहीं पचता है। ऐसे में पाचन तंत्र धीमा होता है और फाइबर की मात्रा  शरीर में ज्यादा होने से वजन भी बढ़ता है, इसके साथ ही दस्त जैसी समस्या भी उत्पन्न होती है।
  • ब्लड क्लोट बनने में समस्या- जैसा कि हम आपको बता ही चुके हैं कि चिया के बीज में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो कि ब्लड क्लोटिंग में समस्या उत्पन्न करता है।
  • मधुमेह के मरीज कम सेवन करें- जिन व्यक्तियों को मधुमेह यानी शुगर की समस्या होती है उन्हें चिया के बीजों का कम मात्रा में सेवन करना चाहिए। वैसे तो चिया सीड्स खून में ग्लूकोज को रेगुलेट करने का काम करता है लेकिन जब आप शुगर को कम करने वाली दवाई खाते हैं तो यह ग्लूकोस लेवल को उत्तेजित करने का काम करते हैं।

चिया के बीजों का संग्रह कैसे करें?

आप अगर चिया के बीजों का सेवन करते हैं और उसे संग्रहित करके रखना चाहते हैं तो इसके लिए आप एक एयरटाइट कंटेनर मे सूखी और ठंडी जगह पर इन्हें रख दे,  इससे यह पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगे।

चिया बीजों की खेती से जुड़ी जानकारी

  • शुरुआती दौर में पश्चिमी दक्षिण अमेरिका, पश्चिमी मैक्सिको और दक्षिण-पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका आदि देशों में चिया के बीजों की खेती की जाती थी, परंतु अब भारत मे भी इसकी खेती की जाती है।
  • रवि की फसल की पैदावार के समय ही चिया के बीजों की खेती की जाती है।
  • अक्टूबर से नवंबर महीने के समय मे चिया के बीजों को बोया जाता है।
  • चिया के बीजों की बुवाई करने के दो तरीके हैं। पहले तरीके में छिड़काव के द्वारा चिया के बीजों को बोया जाता है और दूसरे तरीके में चिया के बीजों को एक लाइन से कम से कम 15 सेंटीमीटर की दूरी में बोया जाता है, क्योंकि अगर इन्हें ज्यादा पास बोया जाता है तो यह पौधे सही प्रकार से नहीं बढ़ते हैं।
  • चिया के बीजों को सदैव डेट सेंटीमीटर की गहराई तक ही बोना चाहिए क्योंकि यदि आप ज्यादा गहराई में इन बीजों को बोलते हैं तो इनके जमाव में समस्या उत्पन्न होती है।
  • चिया के बीजों में फफूंद नाशक का प्रयोग करना चाहिए जिससे उनमें कोई रोग उत्पन्न ना हो।
  • भारत के राजस्थान और मध्य प्रदेश के क्षेत्रों का तापमान चिया के बीजों की फसल के लिए उपयुक्त है।
  • चिया के बीजों की खेती के लिए किसी विशेष प्रकार की मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन अगर मिट्टी थोड़ी सी रेतीली है तो वह चिया के बीजों की खेती के लिए बेहतरीन होती है, इसके साथ ही  यह ध्यान रखना चाहिए कि खेत में जल निकासी की उचित व्यवस्था हो।
  • चिया के बीजों की खेती करने के लिए सबसे पहले खेत की मिट्टी को भुरभुरी कर लेना चाहिए। इसके लिए जब पहली बार जुताई करें तो हल का प्रयोग करना चाहिए और दूसरी व तीसरी जुताई में कल्टीवेटर का प्रयोग करना चाहिए।
  • खेत की जुताई पूरी होने के बाद पाटा लगा कर भूमि को एक समान करना चाहिए और खेत की मिट्टी में उचित नमी का भी ध्यान रखना चाहिए तभी फसल अच्छी प्रकार से अंकुरित होती है।
  • जब मिट्टी एक समान हो जाए तो उसके पश्चात खेत का पलेवा करके उसे जोत लेना चाहिए।
  • अगर आप चिया की फसल की अच्छी पैदावार चाहते हैं तो खाद के रूप में गोबर का उपयोग करें।
  • चिया की फसल के साथ होने वाले खरपतवारो को समय-समय पर निकाल देना चाहिए।
  • चिया सीड के पकने का समय 3 से 4 महीने हैं इसके पश्चात चिया को निकाल लिया जाता है और 1 हफ्ते तक सूखने के लिए रखा जाता है इसके पश्चात मशीनों से चिया के बीजों को अलग किया जाता है।
  • अगर आप 1 एकड़ भूमि पर चिया की फसल बोते हैं तो इससे आपको 5 से 6 क्विंटल चिया के बीज प्राप्त हो जाते हैं।
  • नाश्ते में उपमा, पोहा व इडली बनाते समय चिया के बीजों को उसमें मिला ले व सुबह के समय उसका सेवन करें।
  • एक चम्मच चिया के बीजों को सूप व दही में मिलाकर भी आप खाने के साथ ले सकते है।
  • एक चम्मच चिया के बीजों का पाउडर गुनगुने दूध या पानी में मिलाकर पी लें।

चिया बीजों से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

चिया बीजों से जुड़े कुछ रोचक तथ्य भी है जिनके बारे में शायद ही आप लोगों को मालूम हो:-

  • चिया बीजों की खोज डॉ. वेन कोट्स के द्वारा वर्ष 1990 में की गई थी।
  • चिया के बीजों के फूलों का रंग बैंगनी व सफेद होता है।
  • चिया के बीजों की फसल को 23 डिग्री उत्तर और 23 डिग्री दक्षिण अक्षांश के बीच उगाते है।
  • चिया के बीज मिंट प्रजाति के हैं इसलिए इन्हें बिना किसी कीटनाशक के प्रयोग के भी उगाया जा सकता है क्योंकि मिंट पौधों को कीट पसंद नहीं करते हैं।

चिया और सब्जा के बीजों में क्या फर्क है? (Difference between Chia Seeds and Sabja Seeds)

चिया और सब्जा के पौधे दोनों अलग-अलग प्रजाति के होते हैं। वैसे चिया और सब्जा दोनों के बीजों के द्वारा वजन को कम किया जाता है शायद यही वजह है कि इनके बीजों को लोग एक जैसे ही समझ लेते हैं लेकिन इनमें फर्क होता है। तो चलिए अब चिया और  सब्जा के बीजों में फर्क समझते हैं:

  • चिया के बीजों में का स्वाद खाने में अखरोट जैसा होता है और यह प्रत्येक खाद्य पदार्थ में प्रयोग किया जा सकता है परंतु सब्जा के बीज खाने में तुलसी के जैसे होते हैं और इसे सिर्फ पीने वाले पदार्थों में ही उपयोग किया जाता है।
  • चिया के बीजों के  रंग और आकार के बारे में बात की जाए तो यह काले, भूरे और सफेद रंग के अंडाकार बीज होते हैं और सब्जा के बीज छोटे-छोटे, काले व गोल होते हैं। चिया के बीज सब्जा के बीजों के मुकाबले थोड़े से बड़े नजर आते हैं।
  • चिया के बीजों को पानी में भिगोकर कच्चा खाया जा सकता है लेकिन सब्जा के बीजों के बारे में बात की जाए तो यह कच्चे नहीं खाए जा सकते।
  • चिया के बीजों को पानी सोखने में 20 से 40 मिनट का समय लगता है वही सब्जा के बीज तुरंत पानी को सोख लेते हैं।
  • चिया के बीज में ओमेगा 3 फैटी एसिड फाइबर, प्रोटीन व विटामिन मिलते है इसके साथ ही इनमें कैल्शियम व एंटीऑक्सीडेंट गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। वही सब्जा के बीजों में ओमेगा-3, प्रोटीन, फाइबर और आयरन अच्छी मात्रा में मौजूद रहते हैं। 
  • चिया के बीजों में कैलोरी बिल्कुल भी नहीं होती है परंतु वही सब्जा के बीजों में बहुत अधिक मात्रा में कैलोरी पाई जाती है।

चिया के बीज को कहां से खरीदें?

आजकल छोटे से छोटे किराने की दुकान पर भी आपको चिया के बीज आसानी से उपलब्ध हो जाएंगे। इसके अलावा आप ऑनलाइन ऑर्डर करके भी इसे मंगवा सकते हैं, इसके लिए आप amazon.in या bigbasket.com जैसी पॉपुलर साइट पर जाकर इन का ऑर्डर दे सकते हैं।

पतंजलि के चिया बीज कहां मिलते हैं?

जैसा कि हम सभी जानते हैं पतंजलि भारतीय प्रोडक्ट निर्माता कंपनी है और चिया के बीज मैक्सिकन प्रजाति के पौधों से प्राप्त होते हैं और अभी तक पतंजलि के द्वारा चिया के बीजों का उत्पादन नहीं किया गया है परंतु उम्मीद है भविष्य में पतंजलि चिया के बीजों को जरूर उपलब्ध करवाएगी।

चिया के बीज से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQs)

क्या चिया के बीजों का खाली पेट सेवन किया जा सकता है?

हां चिया के बीजों का खाली पेट सेवन करना फायदेमंद है इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल सामान्य, दिनभर ऊर्जा से भरपूर व वजन घटाने में सहायक होता है।

एक दिन में कितने चिया के बीजों का सेवन करना उपयुक्त रहता है?

1 दिन में 20 ग्राम चिया के बीजों का सेवन सामान्य कहलाता है क्योंकि अधिक मात्रा में चिया के बीजों का सेवन करना नुकसानदेह हो सकता है।

चिया बीज का किस समय सेवन करना चाहिए?

चिया के बीजों का सेवन सुबह खाली पेट करना फायदेमंद रहता है।

क्या मधुमेह में चिया के बीज लाभकारी होते हैं?

चिया के बीज में ओमेगा 3 फैटी एसिड व फाइबर भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो मधुमेह की समस्या में लाभकारी है।

बाजार में चिया के बीजों की कीमत कितनी है?

500 ग्राम चिया के बीज बाजार में 300  से 350 रुपए तक मिल जाते है।

चिया और सब्जा के बीजों में से कौन सा वजन घटाने के लिए बेहतर है?

वैसे तो चिया और सब्जा के बीजों में एक समान पोषक तत्व मौजूद होते हैं इसलिए इनका सेवन करने से भूख कम महसूस होती है। परंतु स्टडी के अनुसार चिया के बीजों को वजन घटाने के लिए ज्यादा बेहतर माना गया है।

निष्कर्ष

हमने आज के लेख में आपको चिया के बीजों के बारे में संपूर्ण जानकारी कि चिया के बीज क्या है व इनके सेवन से क्या लाभ व हानि होते हैं आदि के बारे में बताया है। अगर आपको हमारा आज का यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भी जरूर शेयर करें ताकि वह भी चिया के बीजों के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सके।

यह भी देखें

नारियल पानी पीने के 10 फायदे

ब्लूबेरी (नीलबदरी) के फायदे, उपयोग और नुकसान

Exit mobile version