अवनि लेखरा का जीवन परिचय | Avani Lekhara Biography in Hindi

टोक्यो पैरालंपिक 2020 में हमारे भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन देखने के मिल रहा है और इस बीच मात्र 19 वर्ष की अवनि लेखरा ने पैरालंपिक में पहला स्वर्ण पदक दिलाकर भारत का नाम रोशन कर दिया है। उन्होंने R2- महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 फाइनल में यह पदक जीता। अवनि लेखरा पर पूरे देश को गर्व है जिनकी जिंदगी बहुत ही चुनौतियों से भरी हुई थी।

इससे पहले वर्ष 1972 में भारत ने पैरालंपिक में स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। यह पैरालंपिक मे स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला बनी है, साथ ही वह पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली चौथी भारतीय एथलीट भी बनी। इससे पहले पैरालंपिक में मुरलीकांत पेटकर, देवेन्द्र झाझड़िया, मरियप्पन थान्गावेलु ने भारत के लिए गोल्ड मैडल जीता है। अवनि की बदौलत ही पूरे 5 साल बाद पैरालंपिक में भारत का राष्ट्रीय गान बजा और गौरव प्राप्त हुआ।

तो चलिए आज के लेख मे हम आपको अवनि लेखरा कौन है, अवनि लेखरा का परिवार, उनका जन्म कहां हुआ व उनकी क्या उपलब्धियां है से सम्बंधित सभी बाते बताएँगे

अवनि लेखरा का जीवन परिचय एक नजर में (Avani Lekhara Biography in Hindi)

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नामअवनि लेखरा
निकनेमअवनि
जन्म तारीख8 नवंबर 2001
जन्म स्थानजयपुर (राजस्थान)
उम्र19 साल
लम्बाई (हाइट)5 फीट 2 इंच
वजन55 किग्रा
पिता का नामप्रवीण लेखरा
माता का नामश्वेता लेखरा
शिक्षाकानून
कोचचन्दन सिंह
अन्य कोचसुमा सिद्धार्थ शिरूर,
सुभाष राणा,
जेपी नौटियाल
पेशानिशानेबाज़ी
स्टेटसअविवाहित
धर्महिन्दू

अवनि लेखरा कौन है?

अवनि लेखरा भारतीय मूल की निशानेबाज खिलाड़ी है। इनका जन्म राजस्थान के जयपुर में 8 नवंबर 2001 को हुआ था। वर्तमान में इनकी उम्र 19 वर्ष है और हाल ही मे इन्होंने टोक्यो पैरालंपिक 2020 में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है।

अवनि लेखरा का परिवार

अवनि लेखरा के पिता श्री प्रवीण लखेरा है और माता श्वेता लेखरा है। इन्होंने अपनी बेटी अपनी को कभी भी हार नहीं मानी थी और सदैव उसे खेलने के लिए प्रोत्साहित किया। इनके माता-पिता के अलावा इनके परिवार से संबंधित कोई भी जानकारी अभी तक प्राप्त नहीं हुई है।

अवनि लेखरा की शिक्षा

अवनि लेखरा जयपुर के राजस्थान विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई कर रही है। इसके अलावा उनकी शिक्षा से संबंधित अन्य कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।

अवनि लेखरा आखिरकार व्हीलचेयर पर कैसे आई?

अवनि लेखरा साल 2012 में सड़क दुर्घटना में घायल हो गयी, जिसमे उनके पिता भी घायल हो गए थे। अवनि के पिता तो कुछ समय बाद स्वस्थ हो गए लेकिन अवनि की रीड की हड्डी में चोट के कारण उन्हें खड़े होने में परेशानी होने लगी और चलने में असमर्थ हो गई।

इस दौरान अवनि बहुत निराश हो गयी और लेकिन माता-पिता ने अवनि को अपने प्रयासों से आत्मविश्वास से भर दिया और निशानेबाजी को अपना लक्ष्य चुन लिया। अपनी मेहनत और लगन से आज वह इस मुकाम पर है कि पूरे भारत देश को उनके ऊपर नाज है।

अवनि लेखरा को अभिनव बिंद्रा की बायोग्राफी से मिली प्रेरणा

सड़क दुर्घटना के बाद अवनि जब काफी निराश हो गयी थी तो उनके पिता प्रवीण लेखरा ने अभिनव बिन्द्रा की बायोग्राफी “अ शॉट एट हिस्ट्री” अवनि को दी और इस बायोग्राफी से वह इतनी प्रेरित हुई कि निशानेबाजी को ही उन्होंने अपनी जिंदगी का लक्ष्य चुन लिया। वह जयपुर के जगतपुरा स्पोर्ट्स कंपलेक्स के शूटिंग रेंज पर जाकर निरंतर अभ्यास करने लगी। इसमें उनके कोच चन्दन सिंह ने अहम् भूमिका निभायी और हमेशा ही अवनि का उत्साहवर्धन किया। इसके बाद वर्ष 2017 में पहली बार इंटरनेशनल इवेंट में भाग लिया और लगातार अपने लक्ष्य को हासिल करते हुए आज सफलता के शिखर पर पहुंच पाई।

अवनि लेखरा के कोच

अवनि लेखरा ने आज जो मुकाम हासिल कर लिया है, इसका श्रेय ख़ास तौर पर उनके कोच को जाता है। अवनि लेखरा के कोच चन्दन सिंह ही वह इंसान हैं जिन्होंने अवनि के व्हीलचेयर पर आने से निराश हो जाने पर समय समय पर अवनि को प्रोत्साहित किया और जिसने अवनि को अपना पूरा ध्यान शूटिंग में रखने में मदद की। अवनि के कोच ने हमेशा उनके आत्मविश्वास को बनाए रखा और इसी आत्मविश्वास की बदौलत उन्होंने पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर स्वयं को साबित किया।

अवनि लेखरा का शारीरिक गठन

अवनि लेखरा की हाइट 5 फीट 2 इंच व वजन 55 किलोग्राम है। वह दुर्घटना के कारण शारीरिक रूप से पूर्ण सक्षम नहीं है, परंतु मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ है और इसी कारण उन्होंने पैरालंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया।

अवनि लेखरा की टोक्यो पैरालंपिक 2020 सफलता

अवनि लेखरा ने टोक्यो पैरालंपिक 2020 में देश को पहला स्वर्ण पदक दिलाकर इतिहास रच दिया है। अवनि लेखरा ने टोक्यो पैरालंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में 249.6 पॉइंट स्कोर करके स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने चीन की निशानेबाज झांग कुईपिंग को पछाड़ा। इससे पहले अवनि ने क्वॉलिफिकेशन राउंड में 7वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाई थी। अवनि पैरालंपिक में मैडल जीतने वाली तीसरी शूटर भी हैं।

वह शुरुआत से ही शानदार तरीके से खेलती नजर आई। वह क्वालिफिकेशन राउंड में 621.7 के पॉइंट के साथ सातवें स्थान पर रही और धीरे-धीरे सुधार करते हुए तीसरे प्रयास में 104.9 व चौथे प्रयास में 104.8 का स्कोर बनाया। वह भारत की तरफ से पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गई है।

साथ ही वह तैराक मुरलीकांत पेटकर (1972), भाला फेंक खिलाड़ी देवेंद्र झाझरिया (2004 व 2016) व हाई जंपर थंगावेलु मरियप्पन (2016) के बाद पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली चौथी भारतीय एथलीट बनी है।

अवनि का आदर्श कौन है?

अवनि अभिनव बिंद्रा को अपना आदर्श मानती है। उनके साथ हुए हादसे ने उन्हें बहुत अधिक निराश कर दिया था, उस दौरान उन्हें अभिनव बिंद्रा की बायोग्राफी पढ़कर हिम्मत मिली और वह निशानेबाजी मे करियर बनाने के लिए प्रेरित हुई।

अवनि लेखरा के पुरस्कार व रिकॉर्ड 

अवनि ने मुश्किल हालातों के बावजूद भी कभी हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य को पाने के लिए निरंतर प्रयास करती रही। उन्ही परिणामों के फलस्वरुप उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए व पुरस्कार प्राप्त किए

  • उन्होंने 2015 में हुए नेशनल पैरालंपिक शूटिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
  • वर्ष 2016 में हुए रियो ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर स्टैंडिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
  • अवनि लेखरा ने वर्ष 2017 में यूएई में हुए पैरा-शूटिंग वर्ल्ड में रजत पदक जीता।
  • इसके बाद वर्ष 2019 में क्रोएशिया में हुए पैरा-शूटिंग वर्ल्ड में दोबारा रजत पदक जीता।
  • अवनि लेखरा को 2019 में गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन द्वारा मोस्ट प्रोमाइजिंग पैरालंपिक एथलीट नामित किया गया।

उन्होंने मार्च 2021 में नेशनल पैराशूटिंग चैंपियनशिप के 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में पहला स्वर्ण पदक प्राप्त किया।

अवनि का पसंदीदा खाना

अवनि को फास्ट फूड में पिज़्ज़ा खाना बहुत ही पसंद है। इसके अलावा वह चॉकलेट और आइसक्रीम की शौकीन भी है।

अवनि के पसंदीदा अभिनेता व अभिनेत्री

अवनि के पसंदीदा हीरो अक्षय कुमार व हीरोइन करीना कपूर है उन्हें इनकी फिल्में देखना बेहद पसंद है।

अवनि लेखरा से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQs)

अवनि लेखरा कौन है?

निशानेबाज

अवनि लेखरा की उम्र कितनी है?

19 वर्ष

अवनि लेखरा का जन्म कहां हुआ?

राजस्थान

अवनि लेखरा के आदर्श कौन हैं?

अभिनव बिंद्रा

अवनि लेखरा ने टोक्यो पैरालंपिक 2020 में कौन सा पदक प्राप्त किया है?

स्वर्ण पदक

अवनि लेखरा का एक्सीडेंट कब हुआ था?

2012

निष्कर्ष

हम पैरालंपिक एथलीट अवनि के जज्बे को सलाम करते है, क्योंकि उन्होंने शारीरिक रूप से पूर्ण सक्षम ना होने पर भी कभी हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर आज देश को गौरवान्वित करने वाले पल प्रदान किए।

इस लेख के माध्यम से हमने आपको अवनि लेखरा कौन है, अवनि लेखरा का परिवार, उनका जन्म कहां हुआ व उनकी क्या उपलब्धियां है जैसी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की हैं।उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा। अगर आपके मन मे इससे जुड़े कोई प्रश्न है तो आप हमें ई-मेल के द्वारा पूछ सकते है।

यह भी देखें

नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय, हाइट, भाला फेंक रिकॉर्ड

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