एक बार राजा कृष्णदेव राय के राज्य विजयनगर में लगातार चोरी होनी शुरू हुई। सेठों ने आकर राजा के दरबार में दुहाई दी, “महाराज हम लुट गए बरबाद हो गए। रात को ताला तोड़कर चोर हमारी तिजोरी का सारा धन उड़ा ले गए।”
राजा कृष्णदेव राय ने इन घटनाओं की जांच कोतवाल से करवाई, पर कुछ भी हाथ नहीं लगा। वह बहुत चिंतित हुए। चोरी की घटनाएं होती रही। चोरों की हिम्मत बढ़ती जा रही थी।
अंत में राजा ने दरबारियों को लताड़ते हुए कहा, “क्या आप में से कोई भी ऐसा नहीं जो चोरों को पकड़वाने की जिम्मेदारी ले सके?” सारे दरबारी एक दूसरे का मुंह देखने लगे। तेनालीराम ने उठ कर कहा, “महाराज यह जिम्मेदारी मैं लूंगा।”
वहां से उठकर तेनालीराम नगर के एक प्रमुख जौहरी के यहां गया। उसने अपनी योजना उसे बताई और घर लौट गया। उस जौहरी ने अगले दिन अपने यहां आभूषणों की एक बड़ी प्रदर्शनी लगवाई। रात होने पर उसने सारे आभूषणों को एक तिजोरी में रख कर ताला लगा दिया।
आधी रात को चोर आ धमके। ताला तोड़कर तिजोरी में रखे सारे आभूषण थैले में डालकर वे बाहर आए। जैसे ही वे सेठ की हवेली से बाहर जाने लगे सेठ को पता चल गया, उसने शोर मचा दिया।
आस-पास के लोग भी आ जुटे। तेनालीराम भी अपने सिपाहियों के साथ वहां आ धमके और बोले, “जिनके हाथों में रंग लगा हुआ है, उन्हें पकड़ लो।” जल्द ही सारे चोर पकड़े गए। अगले दिन चोरों को दरबार में पेश किया गया। सभी के हाथों पर लगे रंग देखकर राजा ने पूछा, “तेनालीराम जी यह क्या है?”
“महाराज हमने तिजोरी पर गीला रंग लगा दिया था, ताकि चोरी के इरादे से आए चोरों के शरीर पर रंग चढ़ जाए और हम उन्हें आसानी से पकड़ सकें।”
राजा ने पूछा, “पर आप वहां सिपाहियों को तैनात कर सकते थे।”
“महाराज इसमें उनके चोरों से मिल जाने की सम्भावना थी।”
राजा कृष्णदेव राय ने तेनाली राम की खूब प्रशंसा की।
यह भी देखें 👉👉 नाई की उच्च नियुक्ति: तेनाली राम की कहानी – Tenali Rama Stories
एकादशी का हिंदू धर्म में एक विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में व्रत एवं उपवास को धार्मिक दृष्टि से एक… Read More
मोक्षदा एकादशी मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहा जाता है। इस एकादशी को वैकुण्ठ एकादशी… Read More
उत्पन्ना एकादशी मार्गशीर्ष मास के शुक्लपक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी कहते हैं। इस एकादशी को मोक्षदा एकादशी भी कहा… Read More
देवउठनी एकादशी या देवुत्थान एकादशी कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी या देवुत्थान एकादशी कहा जाता… Read More
रमा एकादशी कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी कहा जाता है। इस व्रत को करने से… Read More
पापांकुशा एकादशी आश्विन शुक्ल पक्ष की एकादशी को पापांकुशा एकादशी कहते हैं। जैसा कि नाम से ही पता चलता है… Read More